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रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 4

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|संग्रह= रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"
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'पूछो मेरी जाति , शक्ति हो तो, मेरे भुजबल से'
मलिन, मगर, इसके आगे हैं सारे राजकुमार।
 
 
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