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[[Category:ग़ज़ल]]
हाँ किस को है मयस्सर ये काम कर गुज़रना
इक बाँक्पन बाँकपन से जीना इक बाँक्पन बाँकपन से मरना
दरिया की ज़िन्दगी पर सद्क़े हज़ार जाने