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* [[लौ दे उठे वो हर्फ़-ए-तलब सोच रहे हैं / शकेब जलाली]]
* [[जहाँ तलक भी ये सेहरा दिखाई देता है / शकेब जलाली]]
* [[उतरीं अजीब रोशनियाँ रात ख़्वाब में / शकेब जलाली]]
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