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{{KKRachna|रचनाकार: [[=काका हाथरसी ]][[Category:कविताएँ]]}}
[[Category:हास्य रस]]
भोलू तेली गाँव में, करै तेल की सेल <br>
गली-गली फेरी करै, 'तेल लेऊ जी तेल' <br>