भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार: [[=परवीन शाकिर]][[Category:कविताएँ]]|संग्रह=[[Category:गज़ल]]}}[[Category:परवीन शाकिरग़ज़ल]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
बारिश हुई तो फूलों के तन चाक हो गये<br>
मौसम के हाथ भीग के सफ़्फ़ाक हो गये<br><br>