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शब की मेरी आह-ओ-ज़ारी मुझ से कुछ पूछो नहीं <br><br>
बार-ए-ग़म से मुझ पे रोज़-ए-हिज्र में इक -इक घड़ी <br>
क्या कहूँ है कैसी भारी मुझ से कुछ पूछो नहीं <br><br>
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