भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वीरा के लिए / नाज़िम हिक़मत

94 bytes added, 19:51, 20 जुलाई 2009
[[Category:तुर्की भाषा]]
<poem>
आओ, वह बोली
 
और रुको, वह बोली
 
और मुस्काओ, वह बोली
 
और खपो, वह बोली ।
 
मैं आया
 
मैं रुका
 
मै मुस्काया
मैं खपा ।
मैं खपा ।''' अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त'''</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits