भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुलसीदास के दोहे / तुलसीदास

189 bytes added, 20:43, 7 अक्टूबर 2006
लेखक: [[तुलसीदास]]
[[Category:दोहे]]
[[Category:कविताएँ]]
[[Category:तुलसीदास]]
 
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*
 
तुलसी अपने राम को, भजन करौ निरसंक
आदि अन्त निरबाहिवो जैसे नौ को अंक ।।