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* [[तुम्हीं ने बायसे-ग़म बारहा किया दरयाफ़्त तहों में दिल के जहां कोई वारदात हुई / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[मैं होशे-अनादिल हूँ मुश्किल है सँभल जाना / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[तमाम कैफ़ ख़मोशी तमाम नग़्म-ए-साज़ / फ़िराक़ गोरखपुरी]]