भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेघ बजे / नागार्जुन

17 bytes added, 07:03, 25 अक्टूबर 2009
|रचनाकार=नागार्जुन
}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
धिन-धिन-धा धमक-धमक
 
मेघ बजे
 
दामिनि यह गयी दमक
 
मेघ बजे
 
दादुर का कण्ठ खुला
 
मेघ बजे
 
धरती का ह्र्दय धुला
 
मेघ बजे
 
पंक बना हरिचंदन
 
मेघ बजे
 
हल्का है अभिनन्दन
 
मेघ बजे
 
धिन-धिन-धा...
'''१९६४ में लिखित
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,286
edits