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Kavita Kosh से
|रचनाकार=अनवर ईरज
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तुम्हारी
रथ यात्रा के ठीक पीछे ही पीछे
हिन्दुस्तान भी
विनाश-यात्रा पे
निकल पड़ा है
तुम्हारी
यात्रा तो ख़त्म हुई
और तुम
अपने घर लौट आए
लेकिन
उसकी यात्रा
कब ख़त्म होगी
और वो कब
अपने घर लौटेगा
मालूम नहीं
उसके लिए प्रार्थना
तुम भी करना
कि उसकी यात्रा
मंगलमय हो
और वो
सही-सलामत
अपनी यात्रा से
अपने घर
लौट आए
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