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Kavita Kosh से
|रचनाकार=नोमान शौक़
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कोई दोष नहीं दिया जा सकता
पुस्तकें होती हैं ज्ञान नहीं
शब्द होते हैं भाव नहीं
योजनाएँ होती हैं प्रतिबध्दता प्रतिबद्धता नहीं
शरीर होता है आत्मा नहीं
मुखौटे होते हैं चेहरा नहीं
आँखें होती हैं आँसू नहीं
बस, मौत के आँकडे आँकड़े होते हैं
मौत की भयावहता नहीं
कोई मिसाइल, कोई बम
नहीं बनाया मैंने
किसी प्रकाशक ने नहीं छापी
मेरी कोई किताब भी
देखा है मैंने
एक सहमी हुई औरत से छीनकर