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{{KKRachna
|रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन
|संग्रह=प्रणय पत्रिका / हरिवंशराय बच्चन
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रात आधी खींच कर मेरी हथेली<br>
एक उंगली से लिखा था प्यार तुमने।<br><br>