भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
104 bytes added,
08:33, 24 नवम्बर 2009
* [[मैं ख़्याल हूँ किसी और का / सलीम कौसर]]
* [[कहीं तुम अपनी किस्मत का लिखा तब्दील कर लेते / सलीम कौसर]]
* [[ पहले-पहल तो ख़्वाबों का दम भरने लगती हैं / सलीम कौसर]]
</sort>