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:पर नभ में वह रानी है॥
:जीवन की एक कहानी है।
अविरत साँसों के पथ पर, प्रिय निद्रा के नर्तन में,निशा विभाजित हो जाती है तारों के कन-कन में;किन्तु उषा के उल्का से इस नीरव स्वर्ग-सदन में,दिन की आग आह, लग जाती यह छल परिवर्तन में!इस रहस्य को समझ, सुमन सूखा--:वह मुझसे ज्ञानी है॥:जीवन की एक कहानी है।
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