भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
}}
* '''[[बज्में जिन्दगी रंगे-शायरी / फ़िराक़ गोरखपुरी]]'''
* [[निगाहें नाज़ ने पर्दे उठाए हैं / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[कुछ इशारे थे जिन्हें दुनिया समझ बैठे थे हम / फ़िराक़ गोरखपुरी]]