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* [[रस में डूब हुआ लहराता बदन क्या कहना / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[सितारों से उलझता जा रहा हूँ / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[यह नर्म नर्म हवा झिलमिला रहे हैं चिराग़ / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[अब अक्सर चुप-चुप से रहे हैं / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[ऐ जज्बा-ए-निहां और कोई है कि वही है / फ़िराक़ गोरखपुरी]]