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Kavita Kosh से
|रचनाकार=पॉल एल्युआर
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'''खुले द्वार'''
ओ परियो गुलदस्ते की
जिसमें फूल रंग बदलते हैं।
(कापिताल द ला दूलर से)
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
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