भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|रचनाकार=पॉल एल्युआर
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
मृत हृदय
सफ़ेद बाल
और क़ैदी
मेरे ऊपर है तमाम पानी
किसी नंगे घाव सा।
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
</poem>