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{{KKGlobal}}
* [[बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़]]
* [[ये धूप किनारा जब तेरी समन्दर आँखों में / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़]]
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