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{{KKPahchaan Added Book |bookname=नीहार / महादेवी वर्मा; अर्चना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"; धार के इधर उधर / हरिवंशराय बच्चन; रश्मि / महादेवी वर्मा; नये सुभाषित / रामधारी सिंह "दिनकर"; मिट्टी और फूल / नरेन्द्र शर्मा; चित्ररेखा / रामकुमार वर्मा; समर्पण / माखनलाल चतुर्वेदी; युगांत / सुमित्रानंदन पंत; द्वन्द्वगीत / रामधारी सिंह "दिनकर"}}
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कविता कोष के सभी सदस्यों को मेरा अभिवादन। हिन्दी कविता के प्रचार प्रसार एवं संरक्षण का यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है।
मुझसे जितना बन पडेगा मैं इस महायज्ञ में अपना योगदान करुंगा।
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