भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: प्रिय धर्मेन्द्र जी, मेरे बारे में विशेष उल्लेखनीय कुछ भी नहीं है…
प्रिय धर्मेन्द्र जी,
मेरे बारे में विशेष उल्लेखनीय कुछ भी नहीं है लेकिन परम्परा का निर्वाह करते हुये मैने कुछ सूचनायें परिचय के अन्तर्गत दे दी हैं। कुछ अधिक हो गया हो तो कम कर दीजियेगा अपने स्तर पर क्योंकि मै अभी यहाँ के आदाब से भलीभाँति परिचित नहीं हूँ।
मेरे बारे में विशेष उल्लेखनीय कुछ भी नहीं है लेकिन परम्परा का निर्वाह करते हुये मैने कुछ सूचनायें परिचय के अन्तर्गत दे दी हैं। कुछ अधिक हो गया हो तो कम कर दीजियेगा अपने स्तर पर क्योंकि मै अभी यहाँ के आदाब से भलीभाँति परिचित नहीं हूँ।