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तीन घटनाएँ / मंगलेश डबराल

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नया पृष्ठ: '''तीन घटनाएँ''' १. आप हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं उन्होने पूछा<br> ’कुछ …
'''तीन घटनाएँ'''

१.
आप हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं उन्होने पूछा<br>
’कुछ नहीं’<br>
उन्होने कहा : तब आपसे बात करने से क्या फायदा !

२.
झूठ बोलने के क्या क्या फायदे हैं उन्होने पूछा<br>
’कुछ नहीं’<br>
उन्होने कहा : तब झूठ बोलकर क्या फायदा !

३.
उन्होने इसे तोड़ दिया<br>
उन्होने उसे तोड़ दिया<br>
उन्होने सब कुछ तोड़ दिया<br>
और कहा : अब सब टूट चुका है<br>
’आगे क्या होगा ?’<br>
उन्होने कहा : कुछ नया हो तो बताइए !

१९९२
48
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