भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
चौपाल
,<!-- ***** कृपया इस पंक्ति से ऊपर की ओर कोई बदलाव न करें। आप जो भी लिखना चाहते हैं -इस पंक्ति से नीचे लिखें। ***** -->
== सीधे अनूदित और अंग्रेज़ी से अनूदित ==
जब लाइन के शुरु में स्पेस देते हैं तो वह सही ढंग से दिखाई नहीं देता. इसे किस तरह लिखना चाहिए कि सही तरह से दिखाई दे?
लाईन में आपको ब्रेक देने की ज़रुरत नहीं हैइसकी जगह आप <poem> टेग का इस्तेमाल करें| यह टेग शुरू और अंत में डाला जाता है| शुरू में <poem> और अंत में </poem>| यह उपयोग करने में आसान भी है तथा बेहतर तरीके से फोर्मेटिंग भी करता है| इसे कैसे उपयोग करना है यह आप इस पन्ने पर देख सकते है| http://www.kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%81%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A4%BE_/_%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A4%A6_%E0%A4%9C%E0%A4%BC%E0%A5%88%E0%A4%A6%E0%A5%80&action=edit एक और बात -आपको अपने बनाये पन्नो पर हेडर भी डालना चाहिए| यह पन्ने के शुरू में कुछ इस प्रकार आता है - { { K K G l o b a l } } <br>{ { K K R a c h n a <br>| र च ना का र = ह रि वं श रा य ब च्च न <br>| सं ग्र ह = नि शा नि म न्त्र ण / ह रि वं श रा य ब च्च न <br>} } <br> [[सदस्य:Mukesh JainPratishtha|Mukesh JainPratishtha]] 1516:5436, 28 जनवरी 3 फरवरी 2010 (UTC)Pratishtha
==स्किन==