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Kavita Kosh से
चांद के रथ में रात कि दुल्हन जब जब आएगी<br />
याद हमारी आपके दिल को तडपा जायेगी<br />
आपने जो है दिया<br />वोह वो तो किसी ने ना दिया<br />
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया<br />
चैन से हमको कभी<br />