भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
ग़ालिब
,* [[क्यूँ जल गया न ताब-ए रुख़-ए यार देख कर / ग़ालिब]]
* [[शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब]]
* [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]]
<sort>