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Kavita Kosh से
हाय तुझे इसकी खबर कब होगी
बागे दे विच सपणी जे सुइए
हाल वे रब्बा मारी तेरियां गमां दी.
हाल वे रब्बा मारी तेरियां गमां दी.
लुट्टी हीर वे यरां दी
हाल वे रब्बा मारी तेरियां गमां दी.
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