भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दहर में नक़्शे-वफ़ा / ग़ालिब

16 bytes added, 01:09, 27 फ़रवरी 2010
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
;<poem>दहर<ref>संसार</ref> में नक़्श-ए-वफ़ा वजह-ए-तसल्ली न हुआ
है यह वो लफ़्ज़ कि शर्मिन्दा-ए-माअ़नी<ref>सार्थक</ref> न हुआ
नातवानी<ref>दुर्बलता</ref> से हरीफ़<ref>विरोधी</ref>-ए-दम-ए-ईसा<ref>ईसा के मंत्र</ref> न हुआ</poem>
: अर्थ
{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Uploader
894
edits