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कहकल कल राह में जाते जो मिला रीछ का बच्चा।
ले आए वही हम भी उठा रीछ का बच्चा ।
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'''शब्दार्थ:'''
सरापा - आपादमस्तकअपादमस्तक
दुर - मोती
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