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दु:ख / चंद्र रेखा ढडवाल

87 bytes removed, 16:26, 6 मार्च 2010
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इतने लोगों के बीचतुम्हें घर आने को दु:ख / मात्र नहीं कह पाने सहते रहने का दु:ख/ विकल्प केसीमित नहीं हैतुम्हारे नहीं आने तक हीहोने का भी.
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