भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
<poem>
Happy birthday to you
Happy birthday to you
खाने को मिलते लड्डू
कोई लाता गुडिया मोटर् रैल् गुड़िया, मोटर, रेलतो कोइ कोई लाता फिर्की फिरकी, लट्टू
कोई चाबी का टट्टू
कितनी प्यारि प्यारी होती है ये भोली सी उमर्उमरन नौक्री नौकरी की चिन्ता ना न रोटी की फिकर्फ़िक्रनन्हे -मुन्ने होते हम् हम तो देते सौ हुक्म्हुक्मपीछे फिर्ते डैडी मम्मी -पीछे पापा-ममी बनके नौकर्नौकरचौकलेट् बिस्कुट् टोफी चाकलेट , बिस्कुट , टोफ्फी खातेऔर् और पीते दुद्दूऔर् दूनिया केहती Happy और दुनिया कहती happy birthday to you ...हम् भी अगर् बच्चे होते ...happy birthday to you
कैसे -कैसे नखरे नख़रे करतेघर् वालो घरवालों से हम्हमपल् मे हँस्ते पल् मे पल में हँसते पल में रोतेकरते नाक् मे दम्नाक में दमअक्कड् बक्कड् अक्कड़-बक्कड़ लुक्का छुप्पी-छुपी कभी छुआ -छूकरते दिन् भर् दिन भर हल्ला -गुल्लादंगा और उधमदगां और् ऊधम्और् और कभी जीद् पर् अड् ज़िद पर अड़ जातेजैसे अडीयल् अड़ियल टट्टूऔर् दूनिया केहती और दुनिया कहती happy birthday to youHappy happy birthday to you ...हम् भी अगर् बच्चे होते ...
</poem>