भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[कमाल-ए-ज़ब्त को ख़ुद भी तो आज़माऊँगी / परवीन शाकिर]]
* [[चारासाजों की अज़ीयत / परवीन शाकिर]]
* [[चारागर भूल गया हो जैसे / परवीन शाकिर]]
* [[हमने ही लौटने का / परवीन शाकिर]]
* [[अब कौन से मौसम से / परवीन शाकिर]]