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Kavita Kosh से
पेड़ बदल नहीं लेंगे जगह-खड़े रहेंगे
उसके किनारे, भाग नहीं जाएंगे उसकी
बगल के मंदिक मंदिर के देवता
कोई छीन नहीं लेगा नदी से नदीपन ।
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