भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हर कोई / लाल्टू

24 bytes added, 06:47, 24 मई 2010
|रचनाकार=लाल्टू
|संग्रह=
}}{{KKCatKavita‎}}<poem>हर किसी की ज़िंदगी में आता है ऐसा वक्तवक़्त
उठते ही एक सुबह
पिछले कई महीनों की प्रबल आशंका
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits