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खतरनाक / लाल्टू

19 bytes added, 07:42, 24 मई 2010
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita‎}}<poem>जो नियमित हैं उनका अनियम।
जो संतुलित उनका असंतुलन।
जो वाहवाही करते हैं उनकी चैन की नीद
बिना नमक की दाल में ज्यादा पड़ा हींग।
 
</poem>
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