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उनकी सारी आशाएँ ।।
मुझको दो वरदान प्रभूप्रभु!
मैं सबका ऊँचा नाम करूँ ।
मानवता के लिए जगत में,
अच्छे-अच्छे काम करूँ ।।
</poem>
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