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|रचनाकार=ग़ालिब|संग्रह= दीवाने-ग़ालिब / ग़ालिब
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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
ज़ुल्मतकदे<ref>अँधेरा-कमरा</ref> में मेरे शब-ए-ग़म का जोश है
इक शम्मा है दलील-ए-सहर<ref>सुबह का सुबूत</ref> सो ख़मोश है