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पत्थरों पर इतिहास पढने वाले
धुल धूल में पुराण सूंघने वाले
विदेशियों में अपने पुरखे देखने वाले
पुरातात्त्विक धूप सेंकते--
ये शोख शूरवीर सैलानी
बाज नहीं आएंगे अपने अनुभव पकाने से.