भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
363 bytes added,
15:02, 1 जुलाई 2010
निष्फल सपनों को
भूतल पर फलते देखा है ।
:: जीवन के मंगल रागों को:: मानव में ढलते देखा है:: स्वप्नों को साकार धरा पर:: रंगों में चलते देखा है । ''युंग फ्राड(यंग फ्रा) : यानी युवती। स्विअजर्लैंड के दक्षिण में यात्रियों का आकर्षण केंन्द्र 11 हजार फीट ऊपर बना रेस्तरां''
</poem>