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<poem>आखा गांव धार्मिक है
सुगनी काकी भी आस्तिक है
इसी लिए धर्म पालती है
सात-सात रोज के व्रत करती है
ताकि किसी वार का
कोई देवता नाराज न हो
कभी आ कर दे जाये
जूण भर चूण गांव को
काकी ऐसी आस पालती है ।</poem>
सुगनी काकी भी आस्तिक है
इसी लिए धर्म पालती है
सात-सात रोज के व्रत करती है
ताकि किसी वार का
कोई देवता नाराज न हो
कभी आ कर दे जाये
जूण भर चूण गांव को
काकी ऐसी आस पालती है ।</poem>