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रचनाकार: [[भावना कुँअर]][[Category: कविताएँ]][[Category: भावना कुँअर]]
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यूँ ही रोज हमसे, मिला कीजिए
हो जाये कोई खता जो अगर
हमसे न कोई, गिला कीजिए। Categories: कविताएँ | भावना कुँअर
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