भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
दिनभर जल्दबाज़ी पर सवार, पसीना पोंछते दौड़ता है
साँझ में आगंतुक सभी को
रेस्टोरेंट में चुलेई निम्तो<ref>नेपालियों नेपाली लोग शादी में या किसी अनुष्ठान के अवसर पर किसी परिवार के सभी सदस्यों को रोटी के लिये आमंत्रित करते हैं तो कहते हैं- 'आप लोगों के घर चुलेई निम्तो'। यानी उस दिन आपके घर चूल्हा नहीं जलेगा।</ref> है करता ।
जब घोर अंधेरा आँगन में जाता है उतर
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,720
edits