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{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार: [[=त्रिलोचन]][[Category:कविताएँ]][[Category:|संग्रह=ताप के ताये हुए दिन / त्रिलोचन]]}}
आओ इस आम के तले
ऐसे ही दिन सहज ढले