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ग़ालिब
,* [[बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे तो क्या / ग़ालिब]]
* [[ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं / ग़ालिब]]
* [[वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां / ग़ालिब]]
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