भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

महाभारत / रामकृष्‍ण पांडेय

1,106 bytes added, 14:30, 5 सितम्बर 2010
'''6.'''
सबने
कुछ ना कुछ खोया ही था
महाभारत में
कृष्ण ने भी खोया था
अपना ईश्वरत्व
 
'''7.'''
शकुनियों ने रचा था महाभारत
पर लड़ा उसे कौरवों ने
और पांडवों ने भी
 
'''8.'''
अंधा है
हस्तिनापुर का राजा
वह देख नहीं पाता
अपने स्वार्थों से हटकर
 
'''9.'''
'''10.'''हस्तिनापुर मेंशकुनियों को पनाह मिलती हैतिकड़मी कौरवों कोमिलता है राजपाटकृष्ण कहते हैंपुत्र-परिजनों से जबमोह करता है राजाअंधा हो जाता है प्रशासन
'''10.'''
हस्तिनापुर में लोग कहते हैं
विश्वसनीय नहीं होते
हस्तिनापुर के लोग
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,286
edits