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वो मुतमईन<ref> संतुष्ट,</ref>हो के सो गई जब
दुआ की मैं ने ए मेरे मौला
ए मेरे मालिक ए मेरे खालिक <ref> मालिक .,प्रभु, ईश्वर</ref>
तू ऐसे लफ़्ज़ों को मौत दे दे
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