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Kavita Kosh से
|रचनाकार=कैफ़ी आज़मी
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हाथ आ कर गया, गया कोई ।
मेरा छप्पर उठा गया कोई ।
मेरा बचपन भी साथ ले आया
गाँव से जब भी आ गया कोई ।
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