भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKGlobal}}
रचनाकार: [[कुमार विश्वास]]
[[Category:कविताएँ]]
[[Category:कुमार विश्वास]]
~*~*~*~*~*~*~*~~*~*~*~*~*~*~*~
तुम अगर नही आई गीत गा न पाऊंगापाऊँगा
साँस साथ छोडेगी, सुर सजा न पाऊँगा
तान भावना की है शब्द-शब्द दर्पण है
बाँसुरी चली आऒआओ,होंठ का निमंत्रण है
तीर पार कान्हा से दूर राधिका-सी है
रात की उदासी को आँसुऒं आँसुओ ने झेला है
कुछ गलत ना कर बैठें मन बहुत अकेला है
औषधि चली आऒ आओ चोट का निमंत्रण है
बाँसुरी चली आऒआओ,होंठ का निमंत्रण है
तुम अलग हुई मुझसे साँस की खताओं ख़ताओं से
भूख की दलीलों से वक्त की सज़ाऒं सज़ाओं से
दूरियों को मालूम है दर्द कैसे सहना है
कंचना कसौटी को खोट का निमंत्रण है
बाँसुरी चली आऒआओ,होंठ का निमंत्रण है