भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

नीति के दोहे / कबीर

No change in size, 11:30, 14 मई 2008
जिन ढूँढा तिन पाइयॉं, गहरे पानी पैठ।
मैं बौरी ढूँढ़न गईबपुरा बूडन डरा, रही रहा किनारे बैठ।।
Anonymous user