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वे लौट आएँ / केशव शरण
Kavita Kosh से
वे तीर्थयात्रा पर गए हैं
और इधर घर में उनके
चिड़ियों मे बना डाले हैं घोंसले
काश, इनके अंडे देने से पहले
वे लौट आएँ
या फिर आएँ तब
जब अंडे इनके उड़ जाएँ
कि एक भारी अनर्थ से बच जाएँ
ये भी
और वे भी !